अम्फान तूफान ओडिशा के तट से टकराना शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि तूफान पर हमारी नजर बनी हुई है। एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया कि राज्य सरकारों से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में 5 लाख और ओडिशा में 1.58 लाख लोगों को तूफान अम्फान से बचाने के लिए तटीय इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
1999 का तूफान कितना घातक था?
इसस पहले सुपर साइक्लोन ओडिशा में अक्टूबर 1999 में आया था। इस महा तूफान में 10000 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। 20वीं सदी में आया ये सबसे शक्तिशाली तूफान था। इस तूफान में 20 लाख से ज्यादा घर, 2 लाख मवेशी और 2.5 से 3 लाख लोगों को बेघर कर दिया था।
पश्चिम बंगाल के कौन कौन से क्षेत्र होंगे प्रभावित
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख ने बताया कि अम्फान तूफान पश्चिम बंगाल में सुंदरबन के नजदीक प्रवेश कर रहा है। अनुमान के मुताबिक तूफान अपनी गति से आगे बढ़ रहा है। तूफान की वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हो रही है।
हवा की रफ्तार क्या है
तेज बारिश और तूफानी हवाओं के साथ अगले चार घंटे में यह चक्रवात और भीषण रूप हासिल करेगा। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के आगमन के समय इसकी रफ्तार 160-170 किलोमीटर प्रति घंटा थी। आगे इसकी रफ्तार 190 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंचने की आशंका है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
आगमन के बाद इसके उत्तर-पूर्वोत्तर हिस्से में बढ़ने का अनुमान है। पूर्वी हिस्से में यह कोलकाता के करीब से गुजरेगा इससे निचले इलाके में पानी भरने और भारी क्षति की आशंका है ।